Its been a while since a good hindi song touched my heart. I love oldies because of the melody and more importantly the lyrics. Newer songs are sometimes melodious but still don't cut it to be called poems..However, this song from Zinda really touched my heart so wanted to share it with you all. It is sung by a pakistani group - Strings.
यह है मेरी कहानी – ज़िन्दा
Singers – Strings, John Abraham
Lyrics – अनवर मक्सूद
यह है मेरी कहानी
ख़ामोश ज़िन्दगानी
सन्नाटा कह रहा है
क्यूँ ज़ुल्म सह रहा है
एक दासतां पुरानी
तनहाई की ज़ुबानी
हर ज़ख्म खिल रहा है
कुछ मुझ से कह रहा है
चुभते काँटे यादों के दामन से चुनता हूँ
गिरती दीवारों के आँचल में ज़िन्दा हूँ
बस यह मेरी कहानी
बेनिशां निशानी
एक डर बह रहा है
कुछ मुझसे कह रहा है
चुभते काँटे यादों के दामन से चुनता हूँ
गिरती दीवारों के आँचल में ज़िन्दा हूँ
बजाए प्यार की शबनम मेरे गुलिस्तां में
बरसते रहते हैं हर सिम्ट मौत के साए
स्याहियों से उलझ पडती है मेरी आँखें
कोई नहीं .... कोई भी नहीं जो बतलाए
मैं कितनी देर उजालों की राह देखूँगा
कोई नहीं ... है कोई भी नहीं
न पास न दूर
एक प्यार है
दिल की धड़कन
अपनी चाहत का जो एलान किए जाती है
ज़िन्दगी है जो जिए जाती है
खून के धूँट पिए जाती है
ख्वाब आँखों से सिए जाती है
अब न कोई पास है
फि़र भी एहसास है
स्याहियों में उलझी पडी
जीने की एक आस है
यादों का जंगल यह दिल
काँटों से जलथल यह दिल
चुभते काँटे यादों के दामन से चुनता हूँ
गिरती दीवारों के आँचल में ज़िन्दा हूँ